जानिये ये महिलाएं छाती पर टैटू क्यों बनवाती है - Tattoos on chest
आपने अक्सर कई लोगों को टैटू बनवाए हुए देखा होगा. शायद ये लोग इसे लाइक करते होंगें और ऐसा करना इनका शौक होगा परन्तु आज हम आपको जिस जनजाति के बारे में जानकारी देने जा रहे है इस जाति की औरतें अपने आपको गन्दी नजरों से बचाने के लिए टैटू बनवाती है.
ये सब करते है बैगा आदिवासी. ये लोग अपनी बेटियों को राजा की नजरों से बचाने के लिए उनकी छाती, पीठ और अन्य शरीर के कई हिस्सों पर टैटू बनवा देते है. इनकी एक प्रथा के अनुसार यहां की लड़कियों को 12 से 20 साल में टैटू बनवाना बहुत जरूरी है.
जैसा कि आप जानते भी होंगे कि टैटू बनवाते समय दर्द बहुत होता है परन्तु फिर भी उन्हें यह टैटू बनवाना ही पड़ता है. बुजुर्ग महिलाएं इस समय लड़की के साथ होती है और उसे दर्द सहने की हिम्मत देती हैं.
टैटू बनाना माथे से शुरू किया जाता है. जब तक लड़की के शरीर पर टैटू बनाया जाता है तब तक वहां पर पुरुषों का जाना मना है.
लोगों ने अपनी कुंवारी लड़कियों को राजा की बुरी नजर से बचाने के लिए टैटू बनवाने का तरीका शुरू किया था, जो बाद में प्रथा में बदल गया.
ये सब करते है बैगा आदिवासी. ये लोग अपनी बेटियों को राजा की नजरों से बचाने के लिए उनकी छाती, पीठ और अन्य शरीर के कई हिस्सों पर टैटू बनवा देते है. इनकी एक प्रथा के अनुसार यहां की लड़कियों को 12 से 20 साल में टैटू बनवाना बहुत जरूरी है.
जैसा कि आप जानते भी होंगे कि टैटू बनवाते समय दर्द बहुत होता है परन्तु फिर भी उन्हें यह टैटू बनवाना ही पड़ता है. बुजुर्ग महिलाएं इस समय लड़की के साथ होती है और उसे दर्द सहने की हिम्मत देती हैं.
टैटू बनाना माथे से शुरू किया जाता है. जब तक लड़की के शरीर पर टैटू बनाया जाता है तब तक वहां पर पुरुषों का जाना मना है.
लोगों ने अपनी कुंवारी लड़कियों को राजा की बुरी नजर से बचाने के लिए टैटू बनवाने का तरीका शुरू किया था, जो बाद में प्रथा में बदल गया.
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