Home
» Learn-More
» रात के समय श्मशान या कब्रिस्तान में क्यों नहीं जाना चाहिए? Night me shamshan or kabristan me jana kyo varjit hai?
रात के समय श्मशान या कब्रिस्तान में क्यों नहीं जाना चाहिए? Night me shamshan or kabristan me jana kyo varjit hai?
रात के समय श्मशान या कब्रिस्तान में क्यों नहीं जाना चाहिए? Night me shamshan or kabristan me jana kyo varjit hai? क्या कारण है कि रात में शमशान जाने से रोका जाता है? लोग रात में शमशान में जाने से क्यों डरते है? जानिए किस समय शमशान में नहीं जाना चाहिए..
श्मशान का नाम सुनते ही हर इंसान के मन में एक अजीब सा डर पैदा हो जाता है। आपने जब भी कभी रात के समय श्मशान में जाने की नहीं सिर्फ पास से गुजरने की बात भी यदि अपने घर के किसी बुजुर्ग के सामने कही होगी, तो उन्हें यही कहते सुना होगा कि रात के समय श्मशान नहीं जाते।
ऐसी बात सुनकर सामान्यत: सभी के दिमाग में यही सवाल उठता है कि रात के समय श्मशान क्यों नहीं जाएं? आखिर इसके पीछे क्या कारण है?कुछ लोग इसे सिर्फ अंधविश्वास मानते हैं लेकिन ये अंधविश्वास नहीं है।
दरअसल रात के समय निशाचरी या नकारात्मक शक्तियों का अधिक प्रभाव रहता है। रात के समय नकारात्मक शक्तियां किसी भी कमजोर व्यक्ति को तुरंत अपने प्रभाव में ले लेती हैं।
यदि कोई व्यक्ति भावनात्मक रूप से कमजोर है, नेगेटीव थिंकिंग से घिरा हुआ है तो ये संभावना बढ़ जाती है कि उस व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियां घेर ले। जब व्यक्ति इन नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव में आ जाता है तो उसे कई तरह की परेशानियों से घेर लेती हैं।
इसीलिए रात के समय शमशान में जाना हमारे लिए वर्जित किया गया है। विज्ञान भी मानता है कि सकारात्मक और नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव हम पर होता है। कमजोर सोच के व्यक्तियों को नकारात्मक शक्ति तुरंत प्रभावित कर लेती है।
Thanks for reading...
Tags: रात के समय श्मशान या कब्रिस्तान में क्यों नहीं जाना चाहिए? Night me shamshan or kabristan me jana kyo varjit hai? क्या कारण है कि रात में शमशान जाने से रोका जाता है? लोग रात में शमशान में जाने से क्यों डरते है? किस समय शमशान में नहीं जाना चाहिए..
श्मशान का नाम सुनते ही हर इंसान के मन में एक अजीब सा डर पैदा हो जाता है। आपने जब भी कभी रात के समय श्मशान में जाने की नहीं सिर्फ पास से गुजरने की बात भी यदि अपने घर के किसी बुजुर्ग के सामने कही होगी, तो उन्हें यही कहते सुना होगा कि रात के समय श्मशान नहीं जाते।
ऐसी बात सुनकर सामान्यत: सभी के दिमाग में यही सवाल उठता है कि रात के समय श्मशान क्यों नहीं जाएं? आखिर इसके पीछे क्या कारण है?कुछ लोग इसे सिर्फ अंधविश्वास मानते हैं लेकिन ये अंधविश्वास नहीं है।
दरअसल रात के समय निशाचरी या नकारात्मक शक्तियों का अधिक प्रभाव रहता है। रात के समय नकारात्मक शक्तियां किसी भी कमजोर व्यक्ति को तुरंत अपने प्रभाव में ले लेती हैं।
यदि कोई व्यक्ति भावनात्मक रूप से कमजोर है, नेगेटीव थिंकिंग से घिरा हुआ है तो ये संभावना बढ़ जाती है कि उस व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियां घेर ले। जब व्यक्ति इन नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव में आ जाता है तो उसे कई तरह की परेशानियों से घेर लेती हैं।
इसीलिए रात के समय शमशान में जाना हमारे लिए वर्जित किया गया है। विज्ञान भी मानता है कि सकारात्मक और नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव हम पर होता है। कमजोर सोच के व्यक्तियों को नकारात्मक शक्ति तुरंत प्रभावित कर लेती है।
Thanks for reading...
Tags: रात के समय श्मशान या कब्रिस्तान में क्यों नहीं जाना चाहिए? Night me shamshan or kabristan me jana kyo varjit hai? क्या कारण है कि रात में शमशान जाने से रोका जाता है? लोग रात में शमशान में जाने से क्यों डरते है? किस समय शमशान में नहीं जाना चाहिए..
एक टिप्पणी भेजें
प्रिय दोस्त, आपने हमारा पोस्ट पढ़ा इसके लिए हम आपका धन्यवाद करते है. आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा और आप क्या नया चाहते है इस बारे में कमेंट करके जरुर बताएं. कमेंट बॉक्स में अपने विचार लिखें और Publish बटन को दबाएँ.