जब आत्मा कान में कह जाती है भविष्य - Bhavishya ki jankari aise hoti hai
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क्या आपने कभी किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में सुना है या आप किसी ऐसे व्यक्ति से मिले हैं जिसने आपको देखकर ही यह बता दिया हो कि आपके परिवार में कितने सदस्य हैं। आपके कितने दोस्त या दुश्मन हैं या आप उस व्यक्ति के पास पहुंचने से पहले कितने लोगों से उस दिन मिले, उनसे आपकी क्या बात हुई?
इन सभी प्रश्नों के उत्तर उसने आपसे मिलते ही तुरंत बता दिए हो। उस व्यक्ति ने आपका भविष्य में क्या होगा? यह भी बता दिया हो।
ऐसे में कोई भी सोचेगा कि वह व्यक्ति चमत्कारी है परंतु यह कोई चमत्कार नहीं है। दरअसल यह कार्य तंत्र साधना का कमाल है। यह एक तंत्र विद्या है जिसे कर्ण पिशाचनी साधना कहा जाता है। इस विद्या को पिशाच विद्या अर्थात नेक्रेमेंसी भी कहा जाता है। जिसमें पराशक्तियों को बुलाकर बात की जाती हैं।
कर्ण पिशाचनी सिद्धि के बाद मरे हुए पूर्वजों की आत्माओं को बुलाकर बात की जा सकती है। आत्मा किसी भी व्यक्ति के सबंध में और उसके भविष्य के बारे में बता सकती है। इस साधना में तंत्र शास्त्र की वाममार्गी शक्तियों की उपासना की जाती है। इन्हें प्रसन्न किया जाता है।
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