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मांगलिक लड़के की शादी गैर मांगलिक लड़की से - Mangalik Boy wedding from non mangalik girl
मांगलिक दोष, मांगलिक दोष क्या है, मांगलिक दोष का निदान, क्या एक मांगलिक लड़की को मांगलिक लड़के से ही शादी करनी चाहिए?, एक जातक मांगलिक न भी हुआ तो शादी हो सकती है, कुंडली में मांगलिक दोष क्या है, मंगली और गैर-मंगली शादियां, क्या आप मांगलिक हैं?, महत्वपूर्ण जानकारी व उपाय, मांगलिक लड़का चाहिए, मांगलिक होने के फायदे, मांगलिक की पहचान, मांगलिक दोष के प्रभाव, मांगलिक योग, मांगलिक दोष के उपाय, मांगलिक दोष निवारण, क्या एक गैर मांगलिक लड़की की शादी एक मांगलिक लडके से हो सकती है? कुंडली में मंगल दोष और उसका समाधान, इस प्रकार मांगलिक लड़के की शादी गैर मांगलिक लड़की से हो सकती है, Mangalik Boy's wedding from non mangalik girl.
आपने विवाह से पहले अपनी पत्नी से कुंडली का मिलान करवाया होगा, या किसी अन्य लड़के लड़की की शादी के लिए कुंडली मिलान करवाते देखा होगा. जब कुंडली का मिलन किया जाता है तो सर्वप्रथम यही देखा जाता है कि लड़का या लड़की में से कोई मांगलिक तो नहीं है. ज्योतिष के अनुसार यदि लड़का और लड़की दोनों ही मांगलिक है तो शादी में कोई आपत्ति नहीं होती है. परन्तु यदि दोनों में से कोई एक मांगलिक है यह शादी उचित नहीं मानी जाती है.
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में लड़के और लड़की के 36 गुण होते हैं और उचित शादी के लिए कम से कम 18 गुणों का मिलना आवश्यक है. 18 से कम या पुरे 36 गुण मिलना उचित नहीं माना जाता है. ऐसा मानते है कि भगवान राम और माता सीता के 36 गुण मिलते थे लेकिन शादी के बाद उन्हें बहुत कष्ट भोगने पड़ें थे.
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में बहुत प्रकार के दोष होते हैं, मांगलिक दोष भी इनमें से ही एक है। यदि किसी इन्सान की जन्म कुंडली के 1, 4, 7, 9, 12वें स्थान या भाव पर मंगल स्थित रहता है तो इस दोष वाला इन्सान मांगलिक कहलाता है.
ज्योतिष का मानना है कि जिन लोगों पर मंगल ग्रह का विशेष प्रभाव होता है वो ही मांगलिक होते है, यदि मांगलिक शुभ है तो वह मांगलिक लोगों को मालमाल बना देता है. मांगलिक व्यक्ति अपने लाइफपार्टनर से प्रेम-प्रसंग सम्बंधित कुछ विशेष इच्छाएं रखते हैं, जिन्हें कोई मांगलिक लाइफपार्टनर ही पूरी कर पाता है. यही वजह है कि मांगलिक इन्सान के लिए मांगलिक पार्टनर ही खोजा जाता है.
वैसे समाज मांगलिक की शादी गैर मांगलिक से करना उचित नहीं मानता है लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि लड़का यदि मांगलिक है तो उसकी शादी उस गैर मांगलिक लड़की से की जा सकती है जिसके राहु, केतु और शनि दूसरे, चौथे, सांतवें, आंठवें और बाहरवें भाव में बैठे हों, यदि राहू केतू और शनि इन भावों में नहीं हैं तो यह शादी नहीं हो सकती है. कुछ लोगों का मानना है कि मंगल का प्रभाव 28 साल के बाद खत्म हो जाता है परन्तु कुछ लोगों का मानना है कि यह पूरी उम्र रहता है.
नोट:- इसके बारे में कोई भी डिसीजन लेने से पहले अपने पंडित जी से सम्पर्क जरुर कर लेना चाहिए क्योंकि वही इसके बारे में आपको कोई उचित राय दे सकते है.
मांगलिक लोगों में होती है ये विशेष बातें:-
आपने विवाह से पहले अपनी पत्नी से कुंडली का मिलान करवाया होगा, या किसी अन्य लड़के लड़की की शादी के लिए कुंडली मिलान करवाते देखा होगा. जब कुंडली का मिलन किया जाता है तो सर्वप्रथम यही देखा जाता है कि लड़का या लड़की में से कोई मांगलिक तो नहीं है. ज्योतिष के अनुसार यदि लड़का और लड़की दोनों ही मांगलिक है तो शादी में कोई आपत्ति नहीं होती है. परन्तु यदि दोनों में से कोई एक मांगलिक है यह शादी उचित नहीं मानी जाती है.
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में लड़के और लड़की के 36 गुण होते हैं और उचित शादी के लिए कम से कम 18 गुणों का मिलना आवश्यक है. 18 से कम या पुरे 36 गुण मिलना उचित नहीं माना जाता है. ऐसा मानते है कि भगवान राम और माता सीता के 36 गुण मिलते थे लेकिन शादी के बाद उन्हें बहुत कष्ट भोगने पड़ें थे.
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में बहुत प्रकार के दोष होते हैं, मांगलिक दोष भी इनमें से ही एक है। यदि किसी इन्सान की जन्म कुंडली के 1, 4, 7, 9, 12वें स्थान या भाव पर मंगल स्थित रहता है तो इस दोष वाला इन्सान मांगलिक कहलाता है.
ज्योतिष का मानना है कि जिन लोगों पर मंगल ग्रह का विशेष प्रभाव होता है वो ही मांगलिक होते है, यदि मांगलिक शुभ है तो वह मांगलिक लोगों को मालमाल बना देता है. मांगलिक व्यक्ति अपने लाइफपार्टनर से प्रेम-प्रसंग सम्बंधित कुछ विशेष इच्छाएं रखते हैं, जिन्हें कोई मांगलिक लाइफपार्टनर ही पूरी कर पाता है. यही वजह है कि मांगलिक इन्सान के लिए मांगलिक पार्टनर ही खोजा जाता है.
वैसे समाज मांगलिक की शादी गैर मांगलिक से करना उचित नहीं मानता है लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि लड़का यदि मांगलिक है तो उसकी शादी उस गैर मांगलिक लड़की से की जा सकती है जिसके राहु, केतु और शनि दूसरे, चौथे, सांतवें, आंठवें और बाहरवें भाव में बैठे हों, यदि राहू केतू और शनि इन भावों में नहीं हैं तो यह शादी नहीं हो सकती है. कुछ लोगों का मानना है कि मंगल का प्रभाव 28 साल के बाद खत्म हो जाता है परन्तु कुछ लोगों का मानना है कि यह पूरी उम्र रहता है.
नोट:- इसके बारे में कोई भी डिसीजन लेने से पहले अपने पंडित जी से सम्पर्क जरुर कर लेना चाहिए क्योंकि वही इसके बारे में आपको कोई उचित राय दे सकते है.
मांगलिक लोगों में होती है ये विशेष बातें:-
- मांगलिक इन्सान पूर्ण जिम्मेदार होता है.
- वह इन्सान कठिन से कठिन कार्य को भी समय से पहले ही कर डालतेते हैं.
- उनमे नेतृत्व की क्षमता जन्मजात होती है.
- ऐसे लोग या तो जल्दी किसी से घुलते-मिलते नहीं है या फिर संबंध को पूरा निभाते हैं.
- ये अति महत्वकांक्षी होते है और जल्दी क्रोधित हो जाते है.
- इनका स्वभाव बहुत दयालु, क्षमा करने वाला तथा मानवतावादी भी होता है.
- ये लोग कभी भी गलत के आगे नहीं झुकते है और ना ही खुद गलती करते है.
- उच्च पद, व्यवसाय, अभिभावक, तांत्रिक, राजनीतिज्ञ, डॉक्टर, इंजीनियर आदि सभी क्षेत्रों में विशेष योग्यता प्राप्त करना इनके भाग्य में लिखा होता हैं.
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