बच्चों का बिस्तर गीला करना Bachcho ka bister gila karna
बच्चों का बिस्तर गीला करना Bachcho ka bister gila karna, Children's bed-wetting. बिस्तर गीला करने की समस्या दूर करने के घरेलू उपाय. अगर बच्चा बिस्तर गीला करता हो तो अपनाये ये देसी नुश्खे. बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज. बच्चों का बिस्तर पर पेशाब करना कैसे रोकें? बिस्तर गीला करना के लक्षण, कारण, उपचार. बिस्तर गीला करते हैं बच्चे? तो अपनाएं ये अचूक घरेलु टोटके. बिस्तर गीला के लिए घरेलू उपचार. कैसे बिस्तर गीला रोकने के लिए. बिस्तर गीला समाधान. बच्चों का बिस्तर में पेशाब करना. बचो को बिस्तर गीला ना करने उपाय.
बच्चों का थोड़ा बड़े होने पर बिस्तर में सोते समय पेशाब करना एक आम
समस्या है। इस समस्या के बहुत से कारण हो सकते हैं।

कई अनुभवियों के
अनुसार स्नायु विकृति के कारण या पेट में कीड़े होने पर भी बच्चे सोते हुए
बिस्तर पर पेशाब कर देते हैं। पेशाब की नली में रोग के कारण भी बच्चा सोते
हुए पेशाब कर देता है। कई बार कुछ गरिष्ठ भोजन व ठंडे पदार्थों के अधिक
सेवन से भी यह समस्या उत्पन्न हो जाती है।
इस समस्या को समाप्त करने के लिए कोई भी औषधि देने से पूर्व माता-पिता को बच्चे के भोजन की कुछ आदतें सुधारनी जरूरी हैं। बच्चों को सोने से एक घंटा पहले भोजन करा देना चाहिए और सोने के बाद उसे जगाकर कुछ भी खाने-पीने को नहीं देना चाहिए। बच्चे को बिस्तर पर जाने से पहले एक बार पेशाब अवश्य करा देना चाहिए। इसके अतिरिक्त कुछ औषधियों द्वारा भी इस समस्या का समाधान सम्भव है:
इस समस्या को समाप्त करने के लिए कोई भी औषधि देने से पूर्व माता-पिता को बच्चे के भोजन की कुछ आदतें सुधारनी जरूरी हैं। बच्चों को सोने से एक घंटा पहले भोजन करा देना चाहिए और सोने के बाद उसे जगाकर कुछ भी खाने-पीने को नहीं देना चाहिए। बच्चे को बिस्तर पर जाने से पहले एक बार पेशाब अवश्य करा देना चाहिए। इसके अतिरिक्त कुछ औषधियों द्वारा भी इस समस्या का समाधान सम्भव है:
- पचास ग्राम अजवायन का चूर्ण कर लें। प्रतिदिन एक ग्राम चूर्ण को रात को सोने से पूर्व बच्चे को खिलाएं। ऐसा कुछ दिनों तक नियमित रूप से करने से यह रोग ठीक हो जाता है।
- दो मुनक्कों के बीज निकालकर उसमें 1-1 काली मिर्च डालकर बच्चों को रात को सोने से पहले खिला दें। ऐसा दो हफ़्तों तक नियमित रूप से सेवन करने से यह बीमारी दूर हो जाती है।
- प्रतिदिन दो अखरोट और बीस किशमिश बच्चों को खिलाने से बिस्तर में पेशाब करने की समस्या दूर हो जाती है।
- रात को सोते समय बच्चों को शहद खिलाने से यह रोग समाप्त हो जाता है।
- जामुन की गुठलियों को छाया में सुखाकर बारीक पीस लें। इस चूर्ण का 2-2 ग्राम दिन में दो बार पानी के साथ सेवन करने से बच्चे बिस्तर पर पेशाब करना बंद कर देते हैं।
- 250 मिली दूध में एक छुहारा डालकर उबाल लें। इसे दो घंटे तक रखा रहने दें। इसके बाद इसमें से छुहारा निकाल कर बच्चे को खिला दें और इस दूध को हल्का गर्म करके ऊपर से पिला दें। ऐसा प्रतिदिन करने से कुछ ही दिनों में बच्चों का बिस्तर पर पेशाब करना बंद हो जाता है।
Tags: बच्चों का बिस्तर गीला करना Bachcho ka bister gila karna, Children's bed-wetting. बिस्तर गीला करने की समस्या दूर करने के घरेलू उपाय. अगर बच्चा बिस्तर गीला करता हो तो अपनाये ये देसी नुश्खे. बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज. बच्चों का बिस्तर पर पेशाब करना कैसे रोकें? बिस्तर गीला करना के लक्षण, कारण, उपचार. बिस्तर गीला करते हैं बच्चे? तो अपनाएं ये अचूक घरेलु टोटके. बिस्तर गीला के लिए घरेलू उपचार. कैसे बिस्तर गीला रोकने के लिए. बिस्तर गीला समाधान. बच्चों का बिस्तर में पेशाब करना. बचो को बिस्तर गीला ना करने उपाय.
आपके लिए कुछ विशेष लेख
- सेक्स करने के लिए लड़की चाहिए - Sex karne ke liye sunder ladki chahiye
- धंधे वाली का मोबाइल नंबर चाहिए - Dhandha karne wali ladkiyon ke number chahiye
- सेक्सी वीडियो डाउनलोड कैसे करें - How to download sexy video
- अमीर घर की औरतों के मोबाइल नंबर - Rich female contact number free
- Ghar Jamai rishta contact number - घर जमाई लड़का चाहिए
- इंडियन गांव लड़कियों के नंबर की लिस्ट - Ganv ki ladkiyon ke whatsapp mobile number
- रण्डी का मोबाइल व्हाट्सअप्प कांटेक्ट नंबर - Randi ka mobile whatsapp number
- नई रिलीज होने वाली फिल्मों की जानकारी और ट्रेलर, new bollywood movie trailer 2018
- UDISE + PLUS CODE, School Directory Management, School Data Capture
- आदिवासी लड़कियों के व्हाट्सएप नंबर aadiwasi ladkiyon ke whatsapp number
एक टिप्पणी भेजें
प्रिय दोस्त, आपने हमारा पोस्ट पढ़ा इसके लिए हम आपका धन्यवाद करते है. आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा और आप क्या नया चाहते है इस बारे में कमेंट करके जरुर बताएं. कमेंट बॉक्स में अपने विचार लिखें और Publish बटन को दबाएँ.