प्रेम करने वाले हसीन और घृणा करने वाले कुरूप क्यों बनते है? Love hasin aur gharina kurup banaa dete hai, प्यार करने वाले सुन्दरता और नफरत करने वाले कुरूपता क्यों हासिल कर पाते है? प्यार करने से इंसान में क्या बदलाव आता है?
प्रेमी से नजर मिलते ही जाने क्या कुछ हो जाता है। प्रेम में पड़े प्रेमी और प्रेमिका दोनों में बड़ी ही तेजी से बहुत कुछ बदलने लगता है। देखते ही देखते चेहरे की चमक, चाल, बोलने का अंदाज और आंखों में जादुई असर तैरने लगता है।
प्रेम की भावना में पूरी तरह से बड़ी गहराई से डूबे होने से इंसान का नजरिया इस कदर बदल जाता है कि उसका असर उसके शरीर पर भी साफ-साफ दिखने लगता है। यह सब मन का खेल है।
जैसे ही प्रेमी या प्रेमिका का नजरिया सकारात्मक होकर प्रेम की कोमल तथा समर्पण की भावनाओं से भरने लगता है वैसे ही उसका पूरा का पूरा व्यक्तित्व ही बदलने लगता है।
सच्चे प्यार में डूबा हुआ व्यक्ति कई तरह से बदलने लगता है। देखने में पहले से ज्यादा सुंदर होने के साथ ही वह मिलनसार, मददगाद और व्यवहार कुशल भी होने लगता है।
प्रेम में पड़े व्यक्ति के बदलने के पीछे सबसे बड़ा कारण उसका बदला हुआ नजरिया ही होता है। यदि हम प्रेम में पड़ गये हो तो हमारा देखने का नजरिया बिलकुल बदल जायेगा और प्रेम में नहीं हो तो उस तरह से बिलकुल नहीं देख पाते है।
एक साधारण स्त्री प्रेम के कारण अति सुन्दर हो जाती है। और वहीं व्यक्ति कुरूप् भी हो सकता है यदि हम घृणा से भरे हो।
प्रेम करने वाले हसीन और घृणा करने वाले कुरूप क्यों बनते है? Love hasin aur gharina kurup banaa dete hai, प्यार करने वाले सुन्दरता और नफरत करने वाले कुरूपता क्यों हासिल कर पाते है? प्यार करने से इंसान में क्या बदलाव आता है?
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प्रेमी से नजर मिलते ही जाने क्या कुछ हो जाता है। प्रेम में पड़े प्रेमी और प्रेमिका दोनों में बड़ी ही तेजी से बहुत कुछ बदलने लगता है। देखते ही देखते चेहरे की चमक, चाल, बोलने का अंदाज और आंखों में जादुई असर तैरने लगता है।
प्रेम की भावना में पूरी तरह से बड़ी गहराई से डूबे होने से इंसान का नजरिया इस कदर बदल जाता है कि उसका असर उसके शरीर पर भी साफ-साफ दिखने लगता है। यह सब मन का खेल है।
जैसे ही प्रेमी या प्रेमिका का नजरिया सकारात्मक होकर प्रेम की कोमल तथा समर्पण की भावनाओं से भरने लगता है वैसे ही उसका पूरा का पूरा व्यक्तित्व ही बदलने लगता है।
सच्चे प्यार में डूबा हुआ व्यक्ति कई तरह से बदलने लगता है। देखने में पहले से ज्यादा सुंदर होने के साथ ही वह मिलनसार, मददगाद और व्यवहार कुशल भी होने लगता है।
प्रेम में पड़े व्यक्ति के बदलने के पीछे सबसे बड़ा कारण उसका बदला हुआ नजरिया ही होता है। यदि हम प्रेम में पड़ गये हो तो हमारा देखने का नजरिया बिलकुल बदल जायेगा और प्रेम में नहीं हो तो उस तरह से बिलकुल नहीं देख पाते है।
एक साधारण स्त्री प्रेम के कारण अति सुन्दर हो जाती है। और वहीं व्यक्ति कुरूप् भी हो सकता है यदि हम घृणा से भरे हो।
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