आपको भी जानना चाहिए इन स्मार्ट ट्रिक्स और टिप्स को। Smart trick and tips
आपको भी जानना चाहिए इन स्मार्ट ट्रिक्स और टिप्स को। Smart trick and tips
आइये देखते है कि कैसे किया जा सकता है ये सब।
पेन ड्राइव पर पासवर्ड सेट करना बहुत ही आसान है। पासवर्ड सेट करने के लिए कंप्यूटर या लैपटॉप में दिए गए ‘स्टार्ट’ पर क्लिक करें। इसके बाद ‘कंप्यूटर पैनल’ में जाएं। यहां दाईं तरफ ऊपर की ओर ‘व्यू बाई’ लिखा मिलेगा, उस पर क्लिक करके ‘लार्ज आइकन’ का चुनाव करें। इसके बाद BitLocker Drive Encryption पर क्लिक करें। नई स्क्रीन खुलने के बाद उसमें कंप्यूटर से जुड़ी हुई ड्राइव दिखाई देंगी।
इसमें ‘पेन ड्राइव’ का विकल्प भी होगा जिसके सामने bit locker लिखा मिलेगा, उस पर क्लिक करें। ऐसा करने से नई विंडो स्क्रीन खुलेगी, जिसमें पेन ड्राइव के लिए पासवर्ड टाइप करना होगा। इसके बाद उस स्क्रीन पर ‘नेक्स्ट’ का विकल्प दिखाई देगा, उस पर क्लिक कर दें और आगे बढ़ें। अब स्क्रीन पर दो विकल्प आएंगे जिसमें से ऊपर की ओर save the password लिखा मिलेगा उसे चुनें। इस प्रक्रिया के बाद यूजर की पेन ड्राइव आसानी से सुरक्षित हो जाएगी।
इसके लिए फोन के एप मेन्यू में जाएं। वहां दिए गए ‘फाइल मैनेजर’ पर क्लिक करके उसके अंदर जाएं। यहां आप एसडी कार्ड और इंटरनल मेमोरी का भी चयन कर सकते हैं, जहां पर अपनी फाइलों को छिपाना चाहते हैं।
मेमोरी का चयन करने के बाद फोल्डर बनाएं। फोल्डर बनाने के लिए ऊपर दाईं ओर दिए गए तीन बिन्दुओं वाले ‘सेटिंग’ के आइकन पर क्लिक करें। इसके बाद एक नई विंडो खुलेगी जिस पर ‘न्यू फोल्डर’ लिखा होगा उस पर क्लिक करते ही नया फोल्डर बन जाएगा और उस पर नाम देने का विकल्प आएगा।
ध्यान रहे कि फोल्डर का नाम देने से पहले पहले डॉट (.) अवश्य लगा दें। इसके बाद ‘ओके’ का विकल्प दबाएं। फोल्डर बनाते ही वह छिप जाएगा। फोल्डर को दोबारा देखने के लिए फोल्डर बनाने वाली जगह पर जाएं और वहां ऊपर की तरफ दिए गए ‘सेटिंग’ में जाकर show hidden file का चुनाव करें। काम होने के बाद फोल्डर को दोबारा छिपाने के लिए सेटिंग में दिए गए hide hidden file पर क्लिक करना होगा।
अगर फेसबुक मैसेंजर या व्हॉट्सएप पर विडियो कॉल आए और उसे रिकॉर्ड करने की जरूरत पड़े तो कैसे करेंगे। ऐसी समस्या से बचने के लिए भी एक खास तरीका है जिसकी मदद से विडियो कॉल को रिकॉर्ड किया जा सकता है।
आइये सीखते है कि कैसे रेकॉर्ड कर सकते है व्हाट्सएप या मैसेंजर जैसे वीडियो कॉलिंग एप्लिकेशन की कॉल्स।
गूगल प्लेस्टोर पर ढेरों एप्लीकेशन मौजूद हैं जो स्क्रीन रिकॉर्ड करने का फीचर देते हैं। ऐसा ही एक एप DU Recorder है। इसे डाउनलोड करें। इसके बाद स्क्रीन पर एक पॉप टाइप का आइकन दिखेगा। एप के आइकन पर क्लिक करने पर यूजर को स्क्रीन रिकॉर्ड करने और पॉज करने का विकल्प मिलेगा
इस एप्लीकेशन की मदद से आप विडियो के साथ ऑडियो भी रिकॉर्ड कर सकते हैं, जो यूजर के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है। एप की मदद से व्हॉट्सएप या फेसबुक मैसेंजर पर विडियो कॉल आने पर रिकॉर्डर को ऑन कर दें। इसके बाद वह विडियो कॉल अपने आप रिकॉर्ड हो जाएगी।
ए जेड स्क्रीन रिकॉर्डर एप
स्क्रीन रिकॉर्डर के लिए Screen Recorder एप की मदद ले सकते हैं। इस एप में भी आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है। इसमें भी स्क्रीन पर दिख रहे आइकन पर क्लिक करना और विडियो रिकॉर्ड करना है।
इस एप को इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है। इसे शुरू करने के बाद आप स्क्रीन के केंद्र में चार आइकन रिकॉर्डिंग प्रारम्भ करने के लिए एप सेटिंग का समायोजन करने के लिए आपके रिकॉर्डेड विडियो का फोल्डर एक्सेस करने के लिए और बाहर जाने के लिए विकल्प दिखाई देंगे।
इसकी सेटिंग से आप विडियो आउटपुट की गुणवत्ता चुन सकते हैं या रिकॉर्डिंग के दौरान की गई बातचीत को देख सकते हैं। एक बार जब यह रिकार्ड करना प्रारम्भ करता है तो स्क्रीन के निचले दाहिने कोने में एक लाल बिंदु दिखाई देने लगता है।
स्क्रीन रिकॉर्डर विद ऑडियो एडिटर का कमाल
यह एप स्क्रीन रिकॉर्डर के साथ सामने वाले कैमरे की मदद से विडियो को भी मिलाने की शक्ति रखता है। यह रिकॉर्डिंग को फोन की इंटरनल मेमोरी में सेव करता है। गौर करने वाली बात यह है कि इसके लिए किसी भी तरह के लॉगइन की जरूरत नहीं होती है।
इस एप से विडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्तों के साथ साझा भी कर सकते हैं। अगर यूजर फोन में किसी खास ट्रिक के बारे में अपने संबंधियों को बताना चाहते हैं तो यह एप आपके लिए बेहद ही उपयोगी साबित हो सकता है।
यह एप गूगल प्लस्टोर पर Screen Recorder With Audio And Editor & Screenshot नाम से मौजूद है।
Google gmail में प्राइवेसी का खतरा
हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि जीमेल अपने यूजर्स का मेल एक्सेस थर्ड पार्टी को दे रहा है। हालांकि गूगल ने इस बात को पूरी तरीके से खारिज किया है और कहा है कि जनरल एक्सेस देने से पहले गूगल अच्छी तरीके से जांच करता है। फिर भी रिपोर्ट के मुताबिक थर्ड पार्टी ऐप्स के पास यह सुविधा है कि वेबसाइटों पर न्यूजलेटर के लिए साइन अप करने वाले यूज़र्स के इनबॉक्स को देखा जा सकता है।
हालांकि Google ने कहा है कि यह केवल ईमेल की आटोमेटिक प्रोसेसिंग करता है जब उन्हें स्पैम और फ़िशिंग प्रयासों को कम करने की आवश्यकता होती है। उन्होंने आगे कहा है कि मेल कंटेंट को गलत तरीके से बताया जा रहा है कि गूगल आपके ईमेल पढ़ रहा है। कुछ खास मामलों में, सुरक्षा कारणों के चलते ही यूजर्स की अनुमति के बाद ही गूगल ईमेल एक्सेस करता है।
फिर भी अगर आप अभी भी अपनी प्राइवेसी को लेकर परेशान हैं कि किस ऐप के पास आपके जीमेल का डेटा एक्सेस है और उसे हटाना चाहते हैं तो SECURITY CHECKUP का इस्तेमाल करें। क्योंकि इससे यूज़र्स उन ऐप के डेटा एक्सेस पर नियंत्रण कर सकते है, जो आपके एकाउंट से लिंक्ड हैं। यहां आपको यूजर फंक्शनालिटी ऑफर की जाएगी। जो यूज़र्स को निष्क्रिय और उन दोनों उपकरणों से खाता लॉगइन रद्द करने की अनुमति देता है। साथ ही आप वेब और मोबाइल पर साइन-इन को रिव्यू और रिकवरी के तरीके को अपडेट कर सकते हैं।
कैसे सुरक्षित करें अपना जीमेल एकाउंट
आप अपने Google एकाउंट में परमिशन पेज पर जाकर अपनी पेरमिशन्स को सेट कर सकते हैं, आपको कीवर्ड सर्च करने होगा "have access to gmail। लेकिन ध्यान रहे कि कोई भी ऑप्शन नहीं है जो आपको जीमेल एकाउंट ऐक्सिस न करने की अनुमति देता हो। लेकिन उनके पास Remove Access का ऑप्शन मौजूद है जिस पर क्लिक करने से आप किसी ऐप के ऐक्सिस करने से रोक पाएंगे। इनमें गूगल कॉन्टेक्ट्स,ड्राइव,कैलेडर,हैंगआउट्स आदि शामिल हैं।
हालांकि, गूगल निश्चित रूप से आपकी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए कुछ बड़े कदम उठाएगा, जिससे कोई आपका डेटा आसानी से ऐक्सिस न कर सके। यह सेलेक्टिंग फ़िल्टरिंग पर सबसे ज्यादा फोकस करेगा। तो आप अपनी प्राइवेसी को हमेशा ध्यान में रखें और कभी भी किसी एप को अत्यधिक डेटा न दे। जिससे आप टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल कर अपनी प्राइवेसी को गलत हाथों में जाने से बचा सकते हैं।
दोस्तो अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप।हमें कमेंट कर के बात सकते है..
1- पेनड्राइव को कैसे करे पासवर्ड लॉक वो भी बिना किसी सॉफ्टवेयर के?
स्मार्टफोन के खो जाने या चोरी होने पर उसका कुछ हद तक सुरक्षित होता है । अगर फ़ोन में पासवर्ड लगा है तो उसका डेटा बिना डिलीट किये हम उसे नही खोल सकते दूसरा एंड्रॉयड डिवाइस मैनेजर का इस्तेमाल कर रिमोट एक्सेस से डिलीट कर सकते हैं मगर पेन ड्राइव खो जाए तब क्या करेंगे।
ऐसी समस्या से बचने के लिए आप सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर पेन ड्राइव पर पासवर्ड सेट कर देते हैं। मगर क्या आपको पता है कि पेन ड्राइव पर बिना सॉफ्टवेयर के भी पासवर्ड लगाया जा सकता है। वहीं स्मार्टफोन में भी बिना एप के अपने निजी फोल्डर ओर फोटो को छिपा सकते हैं।आइये देखते है कि कैसे किया जा सकता है ये सब।
पेन ड्राइव पर पासवर्ड सेट करना बहुत ही आसान है। पासवर्ड सेट करने के लिए कंप्यूटर या लैपटॉप में दिए गए ‘स्टार्ट’ पर क्लिक करें। इसके बाद ‘कंप्यूटर पैनल’ में जाएं। यहां दाईं तरफ ऊपर की ओर ‘व्यू बाई’ लिखा मिलेगा, उस पर क्लिक करके ‘लार्ज आइकन’ का चुनाव करें। इसके बाद BitLocker Drive Encryption पर क्लिक करें। नई स्क्रीन खुलने के बाद उसमें कंप्यूटर से जुड़ी हुई ड्राइव दिखाई देंगी।
इसमें ‘पेन ड्राइव’ का विकल्प भी होगा जिसके सामने bit locker लिखा मिलेगा, उस पर क्लिक करें। ऐसा करने से नई विंडो स्क्रीन खुलेगी, जिसमें पेन ड्राइव के लिए पासवर्ड टाइप करना होगा। इसके बाद उस स्क्रीन पर ‘नेक्स्ट’ का विकल्प दिखाई देगा, उस पर क्लिक कर दें और आगे बढ़ें। अब स्क्रीन पर दो विकल्प आएंगे जिसमें से ऊपर की ओर save the password लिखा मिलेगा उसे चुनें। इस प्रक्रिया के बाद यूजर की पेन ड्राइव आसानी से सुरक्षित हो जाएगी।
2- कैसे हिडेन करे मोबाइल फ़ोन में कोई भी फोल्डर बिना किसी एप्लिकेशन के?
स्मार्टफोन में जितने एप होते हैं, उनकी संख्या शायद ही किसी यूजर को पता हो। फोन हैंग होने की असली वजह ज्यादा एप होना भी है। अगर आपके फोन में भी ऐसा ही है तो अपने फोन में से एक एप्लीकेशन एप लॉकर या फोल्डर लॉकर डिलीट कर दें क्योंकि यूजर बिना ‘एप लॉकर’ से भी निजी फोल्डर फोन में छिपा सकते हैं।इसके लिए फोन के एप मेन्यू में जाएं। वहां दिए गए ‘फाइल मैनेजर’ पर क्लिक करके उसके अंदर जाएं। यहां आप एसडी कार्ड और इंटरनल मेमोरी का भी चयन कर सकते हैं, जहां पर अपनी फाइलों को छिपाना चाहते हैं।
मेमोरी का चयन करने के बाद फोल्डर बनाएं। फोल्डर बनाने के लिए ऊपर दाईं ओर दिए गए तीन बिन्दुओं वाले ‘सेटिंग’ के आइकन पर क्लिक करें। इसके बाद एक नई विंडो खुलेगी जिस पर ‘न्यू फोल्डर’ लिखा होगा उस पर क्लिक करते ही नया फोल्डर बन जाएगा और उस पर नाम देने का विकल्प आएगा।
ध्यान रहे कि फोल्डर का नाम देने से पहले पहले डॉट (.) अवश्य लगा दें। इसके बाद ‘ओके’ का विकल्प दबाएं। फोल्डर बनाते ही वह छिप जाएगा। फोल्डर को दोबारा देखने के लिए फोल्डर बनाने वाली जगह पर जाएं और वहां ऊपर की तरफ दिए गए ‘सेटिंग’ में जाकर show hidden file का चुनाव करें। काम होने के बाद फोल्डर को दोबारा छिपाने के लिए सेटिंग में दिए गए hide hidden file पर क्लिक करना होगा।
3- कैसे करे व्हाट्सएप और मैसेंजर पर आने वाली वीडियो कॉल को रिकॉर्ड?
स्मार्टफोन में जब भी हमे जरूरत पड़ता है हम वाईस कॉल को रिकॉर्ड कर लेते है बहुत ही आसानी से इसके लिए या तो आपके मोबाइल में रिकॉर्ड सुविधा होनी चाहिए या अगर नही है तो हम थर्ड पार्टी एप्लिकेशन की मदद से भी कर सकते है। लेकिन यही अगर हमे कोई व्हाट्सएप या मैसेंजर पर कोई वीडियो कॉल या वाईस कॉल आता है तो हमारे पास उसे रिकॉर्ड करने की कोई सुबिध नही होती है ।अगर फेसबुक मैसेंजर या व्हॉट्सएप पर विडियो कॉल आए और उसे रिकॉर्ड करने की जरूरत पड़े तो कैसे करेंगे। ऐसी समस्या से बचने के लिए भी एक खास तरीका है जिसकी मदद से विडियो कॉल को रिकॉर्ड किया जा सकता है।
आइये सीखते है कि कैसे रेकॉर्ड कर सकते है व्हाट्सएप या मैसेंजर जैसे वीडियो कॉलिंग एप्लिकेशन की कॉल्स।
गूगल प्लेस्टोर पर ढेरों एप्लीकेशन मौजूद हैं जो स्क्रीन रिकॉर्ड करने का फीचर देते हैं। ऐसा ही एक एप DU Recorder है। इसे डाउनलोड करें। इसके बाद स्क्रीन पर एक पॉप टाइप का आइकन दिखेगा। एप के आइकन पर क्लिक करने पर यूजर को स्क्रीन रिकॉर्ड करने और पॉज करने का विकल्प मिलेगा
इस एप्लीकेशन की मदद से आप विडियो के साथ ऑडियो भी रिकॉर्ड कर सकते हैं, जो यूजर के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है। एप की मदद से व्हॉट्सएप या फेसबुक मैसेंजर पर विडियो कॉल आने पर रिकॉर्डर को ऑन कर दें। इसके बाद वह विडियो कॉल अपने आप रिकॉर्ड हो जाएगी।
ए जेड स्क्रीन रिकॉर्डर एप
स्क्रीन रिकॉर्डर के लिए Screen Recorder एप की मदद ले सकते हैं। इस एप में भी आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है। इसमें भी स्क्रीन पर दिख रहे आइकन पर क्लिक करना और विडियो रिकॉर्ड करना है।
इस एप को इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है। इसे शुरू करने के बाद आप स्क्रीन के केंद्र में चार आइकन रिकॉर्डिंग प्रारम्भ करने के लिए एप सेटिंग का समायोजन करने के लिए आपके रिकॉर्डेड विडियो का फोल्डर एक्सेस करने के लिए और बाहर जाने के लिए विकल्प दिखाई देंगे।
इसकी सेटिंग से आप विडियो आउटपुट की गुणवत्ता चुन सकते हैं या रिकॉर्डिंग के दौरान की गई बातचीत को देख सकते हैं। एक बार जब यह रिकार्ड करना प्रारम्भ करता है तो स्क्रीन के निचले दाहिने कोने में एक लाल बिंदु दिखाई देने लगता है।
स्क्रीन रिकॉर्डर विद ऑडियो एडिटर का कमाल
यह एप स्क्रीन रिकॉर्डर के साथ सामने वाले कैमरे की मदद से विडियो को भी मिलाने की शक्ति रखता है। यह रिकॉर्डिंग को फोन की इंटरनल मेमोरी में सेव करता है। गौर करने वाली बात यह है कि इसके लिए किसी भी तरह के लॉगइन की जरूरत नहीं होती है।
इस एप से विडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दोस्तों के साथ साझा भी कर सकते हैं। अगर यूजर फोन में किसी खास ट्रिक के बारे में अपने संबंधियों को बताना चाहते हैं तो यह एप आपके लिए बेहद ही उपयोगी साबित हो सकता है।
यह एप गूगल प्लस्टोर पर Screen Recorder With Audio And Editor & Screenshot नाम से मौजूद है।
4- कैसे चेक करें कि आपके Gmail को कौनसा ऐप कर रहा है एक्सेस(जासूसी)
आज कल की इस इंटरनेट की दुनिया मे यूर्जस की प्राइवेसी सबसे अहम मुद्दा होती है। आज के इस ज़माने में प्राइवेसी का हमेशा खतरा रहता है और इसका सबसे ज्यादा खतरा तब लगने लगता है जब अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी का डेटा भी लीक हो जाता है, फेसबुक कैम्ब्रिज एनालिटिकल स्कैंडल जैसी घटनाओं ने प्राइवेसी के ऊपर एक गहरा सवाल छोड़ दिया है।Google gmail में प्राइवेसी का खतरा
हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि जीमेल अपने यूजर्स का मेल एक्सेस थर्ड पार्टी को दे रहा है। हालांकि गूगल ने इस बात को पूरी तरीके से खारिज किया है और कहा है कि जनरल एक्सेस देने से पहले गूगल अच्छी तरीके से जांच करता है। फिर भी रिपोर्ट के मुताबिक थर्ड पार्टी ऐप्स के पास यह सुविधा है कि वेबसाइटों पर न्यूजलेटर के लिए साइन अप करने वाले यूज़र्स के इनबॉक्स को देखा जा सकता है।
हालांकि Google ने कहा है कि यह केवल ईमेल की आटोमेटिक प्रोसेसिंग करता है जब उन्हें स्पैम और फ़िशिंग प्रयासों को कम करने की आवश्यकता होती है। उन्होंने आगे कहा है कि मेल कंटेंट को गलत तरीके से बताया जा रहा है कि गूगल आपके ईमेल पढ़ रहा है। कुछ खास मामलों में, सुरक्षा कारणों के चलते ही यूजर्स की अनुमति के बाद ही गूगल ईमेल एक्सेस करता है।
फिर भी अगर आप अभी भी अपनी प्राइवेसी को लेकर परेशान हैं कि किस ऐप के पास आपके जीमेल का डेटा एक्सेस है और उसे हटाना चाहते हैं तो SECURITY CHECKUP का इस्तेमाल करें। क्योंकि इससे यूज़र्स उन ऐप के डेटा एक्सेस पर नियंत्रण कर सकते है, जो आपके एकाउंट से लिंक्ड हैं। यहां आपको यूजर फंक्शनालिटी ऑफर की जाएगी। जो यूज़र्स को निष्क्रिय और उन दोनों उपकरणों से खाता लॉगइन रद्द करने की अनुमति देता है। साथ ही आप वेब और मोबाइल पर साइन-इन को रिव्यू और रिकवरी के तरीके को अपडेट कर सकते हैं।
कैसे सुरक्षित करें अपना जीमेल एकाउंट
आप अपने Google एकाउंट में परमिशन पेज पर जाकर अपनी पेरमिशन्स को सेट कर सकते हैं, आपको कीवर्ड सर्च करने होगा "have access to gmail। लेकिन ध्यान रहे कि कोई भी ऑप्शन नहीं है जो आपको जीमेल एकाउंट ऐक्सिस न करने की अनुमति देता हो। लेकिन उनके पास Remove Access का ऑप्शन मौजूद है जिस पर क्लिक करने से आप किसी ऐप के ऐक्सिस करने से रोक पाएंगे। इनमें गूगल कॉन्टेक्ट्स,ड्राइव,कैलेडर,हैंगआउट्स आदि शामिल हैं।
हालांकि, गूगल निश्चित रूप से आपकी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए कुछ बड़े कदम उठाएगा, जिससे कोई आपका डेटा आसानी से ऐक्सिस न कर सके। यह सेलेक्टिंग फ़िल्टरिंग पर सबसे ज्यादा फोकस करेगा। तो आप अपनी प्राइवेसी को हमेशा ध्यान में रखें और कभी भी किसी एप को अत्यधिक डेटा न दे। जिससे आप टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल कर अपनी प्राइवेसी को गलत हाथों में जाने से बचा सकते हैं।
दोस्तो अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप।हमें कमेंट कर के बात सकते है..
एक टिप्पणी भेजें
प्रिय दोस्त, आपने हमारा पोस्ट पढ़ा इसके लिए हम आपका धन्यवाद करते है. आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा और आप क्या नया चाहते है इस बारे में कमेंट करके जरुर बताएं. कमेंट बॉक्स में अपने विचार लिखें और Publish बटन को दबाएँ.