कोरोनोवायरस कैसे फैला है? कोरोनोवायरस की उत्पत्ति कैसे हुई थी? यह वायरस कहाँ से और कैसे आया है? कोरोनोवायरस कैसे एक आदमी से दुसरे आदमी में पहुँचता है? कोरोनोवायरस पैदा होने की पूरी जानकारी, नए वायरस का जन्म.
31 दिसंबर 2019 को, चीन ने मध्य हुबेई प्रांत में 11 मिलियन लोगों के बंदरगाह शहर वुहान में असामान्य निमोनिया होने के कई मामलों के लिए WHO को अलर्ट किया था। उस समय इस वायरस के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं थी या ये कह लीजिए की उस समय यह नया था जिसे उस समय से पहले कभी देखा नहीं गया था। यह रोग उन्हीं लोगों में पाया गया जिन्होंने वुहान शहर के हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट में काम किया था। 1 जनवरी 2020 को इस मार्केट को बंद कर दिया गया।
जब तक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने वायरस की पहचान की तब तक इससे बीमार लोगों की संख्या 40 को पार कर गई। 5 जनवरी को, चीनी अधिकारियों ने कहा कि यह गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम (SARS) वायरस को सकता है जिसने 2002-2003 में दुनिया के 770 से ज्यादा लोगों की जान ली थी।
WHO के अनुसार, 7 जनवरी को इस नए वायरस को पहचाना गया और इसे 2019-nCoV नाम दिया गया और यह भी पता लगा कि यह कोरोनोवायरस परिवार का ही एक सदस्य है। तब यह भी पता लगा कि कोरोना वायरस एक संक्रमित इन्सान के नजदीक जाने और उसके खांसने या छींकने से पैदा होने वाली बूंदों से दुसरे इन्सान को लग सकता है।
11 जनवरी 2020 को, चीन ने वायरस से हुई पहली मौत की जानकारी दी। यह एक 61 वर्षीय व्यक्ति था जिसने समुद्री भोजन Huanan Seafood Wholesale Market से खरीदा था। हॉस्पिटल में दाखिल होने के बाद भी उपचार द्वारा उसके लक्षणों में कोई सुधार नहीं हुआ और 9 जनवरी की शाम को दिल की गति रुकने से उसकी मृत्यु हो गई।
इसके बाद लगातार यह वायरस एक इन्सान से दुसरे इन्सान में फैलने लगा और चीन के साथ – साथ इटली और अमेरिका सहित अन्य देशों में भी फैल गया। यह वायरस इतना खतरनाक है कि अब तक इसका कोई टिका या उपचार नहीं मिल पाया है। आप संक्रमित व्यक्ति से दुरी बनाकर और कुछ सावधानियों को अपनाकर ही इस वायरस के संक्रमण से बच सकते है।
31 दिसंबर 2019 को, चीन ने मध्य हुबेई प्रांत में 11 मिलियन लोगों के बंदरगाह शहर वुहान में असामान्य निमोनिया होने के कई मामलों के लिए WHO को अलर्ट किया था। उस समय इस वायरस के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं थी या ये कह लीजिए की उस समय यह नया था जिसे उस समय से पहले कभी देखा नहीं गया था। यह रोग उन्हीं लोगों में पाया गया जिन्होंने वुहान शहर के हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट में काम किया था। 1 जनवरी 2020 को इस मार्केट को बंद कर दिया गया।
जब तक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने वायरस की पहचान की तब तक इससे बीमार लोगों की संख्या 40 को पार कर गई। 5 जनवरी को, चीनी अधिकारियों ने कहा कि यह गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम (SARS) वायरस को सकता है जिसने 2002-2003 में दुनिया के 770 से ज्यादा लोगों की जान ली थी।
WHO के अनुसार, 7 जनवरी को इस नए वायरस को पहचाना गया और इसे 2019-nCoV नाम दिया गया और यह भी पता लगा कि यह कोरोनोवायरस परिवार का ही एक सदस्य है। तब यह भी पता लगा कि कोरोना वायरस एक संक्रमित इन्सान के नजदीक जाने और उसके खांसने या छींकने से पैदा होने वाली बूंदों से दुसरे इन्सान को लग सकता है।
11 जनवरी 2020 को, चीन ने वायरस से हुई पहली मौत की जानकारी दी। यह एक 61 वर्षीय व्यक्ति था जिसने समुद्री भोजन Huanan Seafood Wholesale Market से खरीदा था। हॉस्पिटल में दाखिल होने के बाद भी उपचार द्वारा उसके लक्षणों में कोई सुधार नहीं हुआ और 9 जनवरी की शाम को दिल की गति रुकने से उसकी मृत्यु हो गई।
इसके बाद लगातार यह वायरस एक इन्सान से दुसरे इन्सान में फैलने लगा और चीन के साथ – साथ इटली और अमेरिका सहित अन्य देशों में भी फैल गया। यह वायरस इतना खतरनाक है कि अब तक इसका कोई टिका या उपचार नहीं मिल पाया है। आप संक्रमित व्यक्ति से दुरी बनाकर और कुछ सावधानियों को अपनाकर ही इस वायरस के संक्रमण से बच सकते है।