
प्रिय दोस्त, मानव एक सामाजिक प्राणी है और उसे समाज के साथ रहना पड़ता है. उसे सामाजिक कार्यों में सहयोग भी देना होता है और उसके कुछ खास मित्र भी होते है. कुछ लोगों के साथ उसका उठाना-बैठना भी होता है. ऐसे में हम जिसके साथ ज्यादा समय रहते है उसे अपना खास दोस्त आदि समझने लगते है और दिल के सारे राज उस पर विश्वास करके उसे बता देते हैं और बाद में हमें बहुत पछताना पड़ता है. इसलिए अपने राज कभी भी किसी से शेयर नहीं करने चाहिए. यदि आप अपने राज छिपाकर रखते हैं तो आपको कभी भी कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
वैसे तो इन्सान के कई गुप्त राज होते है लेकिन आज के इस लेख में हम आर्थिक नुकसान और आमदनी के राज लोगों से share करने के नुकसान पर चर्चा करने वाले है. इनसे अलग राज भी आप नीचे दिए गए लिंकों पर क्लिक करके पढ़ सकते है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, हमें अपने आर्थिक नुकसान की बात और अपनी आमदनी किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं बतानी चाहिए. क्योंकि यदि हम पैसों की परेशानी दूसरों के साथ साझा करते हैं, हो सकता है कि जब हमें लोगों से मदद जरूरत हो तो उस समय धन मिलने की बजाय निराशा ही हमारे हाथ लगे. इतना ही नहीं, लोग हमारी परेशानी को जानकर हमसे दूरी भी बनाने लगेंगे. इसके विपरीत यदि आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी है और आपके पास अच्छी आमदनी है तो इस बात को भी किसी से सांझा नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा होने के बाद लोग आपसे धन की मांग करने लगेंगे और इनमें वो लोग भी शामिल होंगें जो धन देने के योग्य ही नहीं हैं. जरुरतमन्द की मदद करना अच्छी बात है लेकिन आप हर किसी को मांगते ही धन नहीं दे सकते और यदि आपने उनकी मदद नहीं की तो वो आपसे जलने लगेंगे.
इस परेशानी से बचने का एकमात्र रास्ता यही है कि आप अपने आर्थिक नुकसान और धन की आमदनी दोनों तरह की बातों को लोगों से सांझा बिलकुल भी ना करें और अपने जीवन को ख़ुशी के साथ जिएँ. धन्यवाद...