Home
» Learn-More
» बिस्तर पर झाड़ू क्यों नहीं रखना चाहिए? Bister par jhadu kyo nahi rakhna chahiye?
बिस्तर पर झाड़ू क्यों नहीं रखना चाहिए? Bister par jhadu kyo nahi rakhna chahiye?
पुरानी झाड़ू का क्या करे? झाड़ू के टोटके, पुरानी झाड़ू कहां रखे? झाड़ू के चमत्कारी टोटके जो करेंगे आपको मालामाल, पुरानी झाड़ू का क्या करना चाहिए? बिस्तर पर झाड़ू क्यों नहीं रखना चाहिए? Bister par jhadu kyo nahi rakhna chahiye?
हमारा देश विश्वभर में अपनी संस्कृति व मान्यताओं के कारण पहचाना जाता है। हमारे देश में सुबह से लेकर शाम तक हम जो भी काम करते हैं लगभग हर कार्य से जुड़ी कोई न कोई मान्यता जरूर है। जैसे सुबह जल्दी उठना, नहाने के बाद ही मंदिर जाना या पूजा करना, शाम के समय सफाई नहीं करना व रात को झूठे बर्तन नहीं छोडऩा आदि।
हमारे यहां ऐसे हर एक दैनिक कार्य से जुड़ी कई छोटी-छोटी मान्यताएं है। ऐसी हर एक मान्यता के पीछे हमारे पूर्वजों की कोई न कोई गहरी सोच और धार्मिक कारण तो है ही साथ ही वैज्ञानिक कारण भी है।
आजकल अधिकतर युवा ऐसी परंपराओं को या मान्यताओं को अंधविश्वास मानकर उन पर विश्वास नहीं करते हैं। ऐसी ही एक मान्यता है कि बिस्तर पर झाड़ू नहीं रखना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि झाड़ू को बिस्तर पर नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे घर में अलक्ष्मी का वास होता है या लक्ष्मी रूठ जाती है।
इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि जिस झाड़ू से हम रूम साफ करते हैं उसमें धूल, कचरा व जीवाणु लगे होते हैं। उसे बिस्तर पर रखने से बिस्तर पर धूल व जीवाणु पहुंच जाते हैं। जिससे घर वालों को सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारीयां होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए कहा जाता है कि बिस्तर पर झाड़ू नहीं रखना चाहिए।
Thanks for reading...
Tags: पुरानी झाड़ू का क्या करे? झाड़ू के टोटके, पुरानी झाड़ू कहां रखे? झाड़ू के चमत्कारी टोटके जो करेंगे आपको मालामाल, पुरानी झाड़ू का क्या करना चाहिए? बिस्तर पर झाड़ू क्यों नहीं रखना चाहिए? Bister par jhadu kyo nahi rakhna chahiye?
हमारा देश विश्वभर में अपनी संस्कृति व मान्यताओं के कारण पहचाना जाता है। हमारे देश में सुबह से लेकर शाम तक हम जो भी काम करते हैं लगभग हर कार्य से जुड़ी कोई न कोई मान्यता जरूर है। जैसे सुबह जल्दी उठना, नहाने के बाद ही मंदिर जाना या पूजा करना, शाम के समय सफाई नहीं करना व रात को झूठे बर्तन नहीं छोडऩा आदि।

हमारे यहां ऐसे हर एक दैनिक कार्य से जुड़ी कई छोटी-छोटी मान्यताएं है। ऐसी हर एक मान्यता के पीछे हमारे पूर्वजों की कोई न कोई गहरी सोच और धार्मिक कारण तो है ही साथ ही वैज्ञानिक कारण भी है।
आजकल अधिकतर युवा ऐसी परंपराओं को या मान्यताओं को अंधविश्वास मानकर उन पर विश्वास नहीं करते हैं। ऐसी ही एक मान्यता है कि बिस्तर पर झाड़ू नहीं रखना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि झाड़ू को बिस्तर पर नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे घर में अलक्ष्मी का वास होता है या लक्ष्मी रूठ जाती है।
इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि जिस झाड़ू से हम रूम साफ करते हैं उसमें धूल, कचरा व जीवाणु लगे होते हैं। उसे बिस्तर पर रखने से बिस्तर पर धूल व जीवाणु पहुंच जाते हैं। जिससे घर वालों को सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारीयां होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए कहा जाता है कि बिस्तर पर झाड़ू नहीं रखना चाहिए।
Thanks for reading...
Tags: पुरानी झाड़ू का क्या करे? झाड़ू के टोटके, पुरानी झाड़ू कहां रखे? झाड़ू के चमत्कारी टोटके जो करेंगे आपको मालामाल, पुरानी झाड़ू का क्या करना चाहिए? बिस्तर पर झाड़ू क्यों नहीं रखना चाहिए? Bister par jhadu kyo nahi rakhna chahiye?
आपके लिए कुछ विशेष लेख
- 2017 आईपीएल नीलामी की प्रक्रिया कैसे होगी - IPL Nilami ki Prakriya kaise hogi
- सेक्सी वीडियो डाउनलोड कैसे करें - How to download sexy video
- रण्डी का मोबाइल व्हाट्सअप्प कांटेक्ट नंबर - Randi ka mobile whatsapp number
- जानिये पत्नी अपने पति का दिल कैसे जीत सकती है Janiye patni apne pati ka dil kaise jeet sakti hai
- Ghar Jamai rishta contact number - घर जमाई लड़का चाहिए
- सेक्स करने के लिए लड़की चाहिए - Sex karne ke liye sunder ladki chahiye
- इंडियन गांव लड़कियों के नंबर की लिस्ट - Ganv ki ladkiyon ke whatsapp mobile number
- भारतीय हीरोइन के नाम की सूची - List of names of Bollywood actresses
- नई रिलीज होने वाली फिल्मों की जानकारी और ट्रेलर, new bollywood movie trailer 2018
- धंधे वाली का मोबाइल नंबर चाहिए - Dhandha karne wali ladkiyon ke number chahiye
एक टिप्पणी भेजें
प्रिय दोस्त, आपने हमारा पोस्ट पढ़ा इसके लिए हम आपका धन्यवाद करते है. आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा और आप क्या नया चाहते है इस बारे में कमेंट करके जरुर बताएं. कमेंट बॉक्स में अपने विचार लिखें और Publish बटन को दबाएँ.